वाराणसी. केंद्रीय स्त्री एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने बोला है की केंद्र गवर्नमेंट ने स्त्रियों और बालिकाओं के लिए अनेक कल्याणकारी योजना संचालित की है, जिनका उन्हें भरपूर फायदा मिल रहा है. उन्होंने कहा कि एक दौर था जब महिलाएं सपना देखती थी पर बोलने का अधिकार और हौसला उनमे नहीं थी . आज छोटी उम्र में ही लड़कियां जो सपना देख रही है, उन्हें विश्वास है कि पीएम श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में उनके सपने जरूर पूरे होंगे. केंद्रीय स्त्री एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी सोमवार को वाराणसी में स्त्री एवं बाल विकास मंत्रालय की 8 वर्ष की उपलब्धियों की समीक्षा के लिए आयोजित जोनल और सब जोनल बैठक को सम्बोधित कर रहीं थी। उन्होंने बोला कि आज दो पीढ़ियों का फर्क साफ नजर आ रहा है, और यह बात वह स्वयं नहीं कर रहीं बल्कि यह यहां की चर्चा से निकलकर आईं हैं.आज महिलाएं जो सपने देख रही हैं वह गवर्नमेंट की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पूरे करने में भी सफल हो रही हैं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हेल्पलाइन नंबर 1098 की सहायता से 2014 से लेकर 2021 तक करीब 18 लाख बच्चों का संरक्षण किया गया है. इसी तरह मंत्रालय की पहल से 21 लाख बच्चियों को 18 साल से पूर्व विवाह करने से रोककर उनके जीवन को संवारा गया है. स्त्रियों के लिए विभिन्न तरह की कई हेल्पलाइन नंबर चलाई जा रही है. इसके माध्यम से करीब 70 लाख स्त्रियों को विभिन्न उपायों से सहायता पहुंचाई गई है.
केंद्रीय मंत्री ने बैठक के दौरान विभिन्न स्त्रियों और बालिकाओं के साथ वार्ता और उनकी प्रतिक्रिया जानी। महिला प्रतिभगियों के मुश्किल परिश्रम से कामयाबी प्राप्ति का उदाहरण देते हुए उन्होंने बोला कि यह स्त्रियों और बेटियों के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है. उनके इन बातों से दूसरे बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। उन्होंने महिलाओं को अपनी क्षमता को पहचान कर आगे बढ़ने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान कुछ बेटियों ने आईएएस ऑफिसर, बैंक ऑफिसर और शिक्षक बनकर नव हिंदुस्तान के निर्माण में अपना सहयोग देने की बात कही. ये वे बच्चियां थीं जो कम उम्र में अपने माता पिता को खो दिया और विभिन्न सेंटर में रहकर मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से सहायता प्राप्त कर अपनी पढ़ाई जारी रखे हुए हैं. केंद्रीय मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने इन बच्चियों को अपने सपने साकार करने के लिए हर संभव सहायता मौजूद कराने की बात कही. उन्होंने बोला कि बेटियों का बेखौफ होकर कहना ही हमारी बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं' की सबसे बड़ी कामयाबी है.
केन्द्रीय मंत्री ने पीएम को धन्यवाद देते हुए बोला कि पीएम श्री मोदी जी ने लालकिले की प्राचीर से बोला था कि जन औषधि केन्द्रों से एक रूपए में प्रति सेनेटरी पैड मौजूद कराएंगे, तो आज हम सभी माताओं और बहनों को मासिक धर्म की सुरक्षा के लिए उनके संकल्प मुताबिक सेनेटरी पैड 8 हज़ार से अधिक जन औषधि केंद्र के माध्यम से मौजूद करवा पा रहे हैं.
उन्होंने मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए बोला कि समूह की स्त्रियों के उत्थान के लिए अब तक चार लाख करोड़ रुपए बैंक के लोन के रूप में देने का काम माननीय मोदी जी के नेतृत्व में किया गया है. केन्द्रीय मंत्री ने बोला कि आंगनबाड़ियों की दीदियों, केन्द्र और राज्य के सभी संस्थाओं का हार्दिक आभार है, जिन्होंने पोषण को एक जनआंदोलन बना दिया.
श्रीमती स्मृति ईरानी ने बताया कि गवर्नमेंट ने 9 हज़ार करोड़ का निर्भया फण्ड के रूप में बेटियों की सुरक्षा के लिए आवंटित किया है. इस फण्ड के माध्यम से हर पुलिस थाने में एमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम की स्थापना, फास्टट्रैक न्यायालय की स्थापना और रेलवे स्टेशनों पर इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम की स्थापना की गई है. इसके माध्यम से 80 हजार से अधिक मामलों का निवारण किया जा चुका है . उन्होंने बताया कि कोविड-19 की महामारी से अनाथ हुए बच्चों को उनकी शिक्षा और पालन पोषण के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के माध्यम से सहायता मौजूद करायी गयी है.
कार्यक्रम के शुरू में स्त्री एवं बाल विकास विभाग, यूपी के निदेशक मनोज राय ने मेहमानों को स्वागत किया. कार्यक्रम में केन्द्रीय स्त्री एवं बाल विकास राज्यमंत्री डाक्टर मुंजपारा महेन्द्रभाई, स्त्री एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव इंदीवर पांडेय और स्त्री एवं बाल विकास मंत्रालय के एडिशनल सचिव अदिति दास राउत सहित उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के प्रतिनिधि और अनेक जनप्रतिनिधिगण मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान यूएन, यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने भी अपना प्रजेंटेशन दिया. बाद मे केंद्रीय मंत्री ने पंडित दीन दयाल हॉस्पिटल स्थित वन स्टॉप सेंटर का दौरा कर सेंटर मे लड़कियों व स्त्रियों का हाल जाना.
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