Saturday, 14 January 2023

ख़तरे में हिमालय : काल के गाल में समाता "जोशीमठ"


त्तराखंड के चमोली ज़िले में बसा ऐतिहासिक हिमालयी शहर जोशीमठ संकट में हैं। यहां घर, होटल और अन्य इमारतें टूट रही हैं और सड़कें धंस रही हैं। बुधवार तक प्रशासन ने 700 से अधिक भवनों को चिन्हित कर लिया था और लोग हटाये जा रहे हैं।  जोशीमठ को सरकार ने आपदाग्रस्त और भूधंसाव क्षेत्र घोषित कर दिया है और वहां आपदा प्रबंधन की टीमें तैनात कर दी हैं जो इलाके का मुआयना कर रही हैं। समुद्र सतह से कोई 6200 फुट की ऊंचाई पर बसा जोशीमठ एक स्थायी जमीन पर नहीं, बल्कि बहुत ही अस्थायी और कमजोर आधार पर टिका हुआ है. यह कमजोर आधार हजारों साल पहले ग्लेशियरों द्वारा छोड़े गये मोरेन (रेत, मलबा, पत्थर आदि) का है, जिस पर जोशीमठ टिका हुआ है। यह क्षेत्र बद्रीनाथ, हेमकुंड साहिब जैसे तीर्थों और फूलों की घाटी जैसे पर्यटन स्थलों का प्रवेश द्वार भी है। साथ ही सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण यहां सेना और आईटीबीपी की मौजूदगी है।  पिछले 100 सालों में इस संवेदनशील क्षेत्र व्यापक तोड़-फोड़ हुई. इसी कारण जोशीमठ अब धंसने और नष्ट होने के कगार पर है। 

जलवायु परिवर्तन प्रभावों से जोशीमठ के अस्तित्व पर संकट 

क्या संवेदनशील क्षेत्र में बसे जोशीमठ को जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से कोई ख़तरा है? विशेषज्ञ बताते हैं कि जलवायु परिवर्तन के कारण हो रही एक्सट्रीम वेदर की कोई घटना या इस क्षेत्र में भूकंप का ख़तरा जोशीमठ जैसे पैरा ग्लेशियल क्षेत्र में बसे कस्बे के लिये अतिरिक्त संकट है। 

भूविज्ञानी नवीन जुयाल ने कार्बनकॉपी हिन्दी को बताया, “असल में 2,500 मीटर की ऊंचाई को शीत हिमरेखा यानी विंटर स्नो लाइन माना जाता है। पैरा ग्लेशियल क्षेत्र का मलबा या मोरेन फ्रंटलाइन पर तैनात सेना की तरह है जिसे आगे बढ़ने के लिए अपने कमांडर के आदेश का इंतज़ार है। हम भूकंप, तेज़ बारिश, बाढ़ या जलवायु परिवर्तन जैसी किसी एक्सट्रीम वेदर की घटना को कमांडर का आदेश मान सकते हैं। ऐसी स्थिति होने पर यह सारा मोरेन किसी सेना की टुकड़ी की तरह खिसक कर आगे बढ़ सकता है और तबाही आ सकती है।” 


जोशीमठ के बाद अन्य क्षेत्रों पर भी संकट 

जोशीमठ ही नहीं अपनी भूगर्भीय स्थित, मानवजनित दबाव और भारी विकास कार्यों से कई हिमालयी क्षेत्र संकट में हैं। उत्तराखंड के सैकड़ों गांवों में आने वाले दिनों में जोशीमठ जैसा ही संकट दिख सकता है।

एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के भूवैज्ञानिक एसपी सती कहते हैं “कई हिमालयी कस्बे टाइमबम की स्थिति में हैं। चमोली का कर्णप्रयाग और गोपेश्वर, टिहरी में घनसाली, पिथौरागढ़ में मुनस्यारी और धारचुला, उत्तरकाशी में भटवाड़ी, पौड़ी, नैनीताल समेत कई ऐसी जगहें हैं जहां लगातार भू-धंसाव हो रहा है। सारी जगह जल निकासी के प्राकृतिक चैनल ब्लॉक कर दिए गए हैं। बहुमंजिला इमारतें बना दी गई हैं। क्षेत्र की भौगोलिक संवेदनशीलता को ध्यान रखे बिना अंधाधुंध निर्माण कार्य किए जा रहे हैं”।


जोशीमठ से करीब 80 किमी दूर कर्णप्रयाग के बहुगुणा नगर के घरों में 2015 से दरारें आ रही हैं। लेकिन हाल के दिनों में राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण के कारण स्थिति और बिगड़ गई है।  गोपेश्वर में चमोली जिला मुख्यालय के कुछ हिस्सों और केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर गुप्तकाशी के पास सेमी गांव में भी ऐसी ही स्थिति है। उधर मसूरी के लंढौर और ऋषिकेश के पास अटाली गांव में भी भू-धंसाव की सूचना मिली है।

वायु प्रदूषण से बढ़ता है डिमेंशिया का खतरा: अध्ययन

वायु प्रदूषण से जुड़े स्वास्थ्य जोखिमों अब डिमेंशिया का नाम भी जुड़ सकता है। हाल ही में न्यूरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, वेस्टर्न यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए मेटा-विश्लेषण से संकेत मिला है कि पार्टिकुलेट मैटर के नामक विशिष्ट प्रकार के यातायात-संबंधी प्रदूषण के अधिक संपर्क में आने से डिमेंशिया का खतरा बढ़ सकता है।

इस अध्ययन में डिमेंशिया से पीड़ित और उससे मुक्त लोगों के वायु प्रदूषण के संपर्क में आने की दर की तुलना की गई। शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों में यह बीमारी विकसित नहीं हुई थी, उनका सूक्ष्म पार्टिकुलेट मैटर के संपर्क में आने का दैनिक औसत कम था। सूक्ष्म पार्टिकुलेट मैटर में प्रत्येक एक माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर की वृद्धि पर डिमेंशिया का खतरा तीन प्रतिशत बढ़ गया। (कार्बन कापी से साभार)

Friday, 6 January 2023

हर हांथ को काम- हर व्यक्ति के चहरे पर मुस्कान लाना सरकार का लक्ष्य व ध्येय : केशव प्रसाद मौर्य



गांव की समस्या -गांव में समाधान,
सरकार चली गांव गरीब के द्वार

 लखनऊ: 06 जनवरी,उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने विकास खण्ड शिवगढ़ की ग्राम पंचायत रायपुर नेरूआ में आयोजित ग्राम चौपाल में सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याकारी योजनाओं के सम्बन्ध में लगाये गये स्टालों पर जाकर लाभार्थीपरक योजनाओं की जानकारी सम्बन्धित विभागों से ली। उपमुख्यमंत्री ने ग्राम चौपाल में लगाए गए स्टालों का स्थलीय निरीक्षण किया तथा लोगों को बताया कि लोगों की समस्याओं को सुनने एवं योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से सरकार स्वयं आपके दरवाजे पर चलकर आयी है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि गांव में अन्तिम छोर पर रहने वाले व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं का लाभ पहुंचे और कोई भी पात्र व्यक्ति सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ  लेने से वंचित न रहें, लोगों का उत्थान एवं विकास हो सके। उपमुख्यमंत्री ने इसी दौरान बाल विकास पुष्टाहार विभाग द्वारा लगाए गए स्टॉलो का अवलोकन कर बच्चों को अन्नप्राशन भी कराया।

 उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने आयोजित ग्राम चौपाल में कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली, पानी, प्रधानमंत्री आवास व मुख्यमंत्री आवास आदि लाभ परक योजनाओं से गरीब व किसानों को लाभ दिलाया जा रहा है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों की हितेषी है जो सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास मूलमंत्र को लेकर सभी के सुख समृद्धि विकास के साथ ही प्रदेश का चौमुखी विकास की ओर बढ़ रही है।

गांव की समस्या  का-गांव में ही  समाधान हो, इसलिए गांव, गरीब के द्वार पर सरकार चल कर जा रही है,इसी कड़ी में आज यहां ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया है। इसी तरह आज पूरे प्रदेश में ग्राम चौपालो का आयोजन किया जा रहा है। कहा ,गांव और गरीबों के जीवन  में खुशहाली लाना सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है।किसान हितों को सर्वाेपरि  रखा जायेगा।हर हांथ को काम- हर व्यक्ति के चहरे पर मुस्कान लाना सरकार का लक्ष्य व ध्येय है,और इस दिशा में बहुत ही उल्लेखनीय व उत्कृष्ट कार्य हो रहे हैं।

उपमुख्यमंत्री ने विकास कार्याे का निरीक्षण किया तथा निर्माणाधीन ओपेन जिम में आशोक के वृक्षा को लगाकर वृक्षारोपण भी किया।

उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने ग्राम चौपाल में आए हुए ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर अधिकारियों को तत्काल प्राप्त शिकायतों के निस्तारण करने के निर्देश दिये। उपमुख्यमंत्री आयोजित ग्राम चौपाल में प्रधानमंत्री आवास योजना - ग्रामीण के अन्तर्गत  पात्र लाभार्थियों को आवास का प्रमाण पत्र दिया।  बीसी सखी को साड़ी वितरण किया तथा विद्युत सखी को बिजली बिल कनेक्शन हेतु विद्युत डिवाइस का वितरण किया तथा यूपी स्टेट में 10 किलो मीटर रेस में करन मिश्रा एवं 05 किलो मीटर रेस में शिवा सिंह को प्रथम स्थान प्राप्त होने पर मेडल देकर सम्मानित किया।

इस मौके पर जिलाधिकारी श्रीमती माला श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक श्री आलोक प्रियदर्शी, मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती पूजा यादव, जिला अध्यक्ष रामदेव पाल, पूर्व एमएलसी राकेश प्रताप सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण सहित विभागीय अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण लोग उपस्थित रहे। (विज्ञप्ति,उत्तर प्रदेश सूचना विभाग)




खेलों में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जायेगा : डा0 नवनीत सहगल

"सभी नदियों के किनारे निजी क्षेत्र के सहयोग से 

   वाटर स्पोर्ट्स सुविधाएं विकसित की जायेगी"

लखनऊ: 06 जनवरी, उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन की इकोनामी में बनाने में खेल एव युवा कल्याण विभाग ने अपनी प्रबल सहभागिता सुनिश्चित करने की तैयारी शुरू कर दी है। आगामी फरवरी माह में लखनऊ में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेटर्स समिट में खेल एवं युवा कल्याण विभाग भी निवेशकों को आकर्षित करने लिए रणनीति तैयार कर ली है। अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा0 नवनीत सहगल आज बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में एक बैठक की और अधिकारियों को खेलों मंे निजी निवेश को बढ़ावा दिये जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए।

     अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पीपीपी के आधार पर  खेल सुविधाएं विकसित कराई जायें। प्रदेश में स्थापित सभी राजकीय स्टेडियम में कारपोरेट के माध्यम निवेश कराया जाये।  खेल एवं खेल सुविधाओं को निजी निवेशकों से जोड़ा जाये। साथ ही प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय खोलने के लिए निजी निवेशकों को आकर्षित किया जाये। उन्होंने कहा प्रदेश की सभी निजी खेल अकादमी को निवेश करने हेतु प्रोत्साहित किया जाये। इसके साथ ही प्रदेश की सभी नदियों के किनारे निजी क्षेत्र के माध्यम से वाटर स्पोर्ट्स सुविधाएं विकसित करायी जायें। इसके अलावा देश एवं विदेश की खेल का सामान बनाने वाली कंपनियों को प्रदेश में स्पोटर््स गुड्स मैन्यूफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाये। इसी प्रकार युवा कल्याण विभाग के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निजी क्षेत्र के सहयोग खेल सुविधाएं बढ़ाये जाने पर जोर दिया जाये और अधिक से अधिक कारपोरेट्स को इससे जोड़ा जाये।

     अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खेल क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रस्तावित खेल नीति में व्यापक प्राविधान किये गये है। खेल विकास में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ाने में विशेष प्रमुखता दी गई है। इसके अलावा राज्य में खेल उपकरण के लिए विनिर्माण क्लस्टर विकसित करने और खेल क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना पर बल दिया गया है।


एकल अभियान के तहत राष्ट्रीय खेल समारोह का 'लोगो' जारी

 

लखनऊ, 06 जनवरी, . प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सदस्य मा0 माधवेन्द्र सिंह राष्ट्रीय महामंत्री, एकल अभियान, श्री भूपेंद्र अग्रवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ग्राम स्वराज योजना, श्री आशीष अग्रवाल, प्रभारी, राष्ट्रीय खेल कूद समारोह, श्री मनोज मिश्र, संयोजक, राष्ट्रीय खेल कूद समारोह, श्री वीरेंद्र कुमार, मीडिया प्रभारी, राष्ट्रीय खेल कूद समारोह, श्री संतोष कुमार शोले, राष्ट्रीय प्रमुख, खेल कूद समारोह, श्री दिनेश कुमार,  कार्यालय प्रमुख ग्राम संगठन कार्यालय,श्री पारिजात सिंह जी, श्री धर्मेन्द्र कुमार,श्री अनिल बंसल, श्री प्रमोद अग्निहोत्री जी, श्रीमती पूनम तिवारी, श्री मुकेश जी, श्री अखिलेश्वर, श्री ओम प्रकाश शर्मा, सुश्री  रुचि जी , श्रीमती पूनम जी,साथ ही लोगो भी लॉन्च किया गया l यह जानकारी मिडिया समन्वयक डॉ वीरेंद्र कुमार (7052750777) ने आज यहाँ एक प्रेस विज्ञप्ति में दी.


चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर राकेश का जादू

 

उन्नाव , 6 जनवरी बदरका उन्नाव , अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के 117 वें जन्मोत्सव पर आयोजित एक समारोह में प्रदेश के मशहूर जादूगर राकेश श्रीवास्तव ने अपने जादुई करतब दिखाते हुए चंद्रशेखर आज़ाद की तस्वीर निकालते ही वंदे मातरम् की आवाज से पूरा पांडाल गूंज उठा , इसके बाद जादूगर राकेश ने एक से बढ़कर एक हैरतंगेज कार्यक्रम दिखाकर दर्शकों को हैरत में डाल दिया , अंत में अपना लोकप्रिय 'कार्यक्रम हम सब एक हैं'.को भी बड़े ही प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया.

Wednesday, 4 January 2023

डॉ. विनय प्रकाश सिंह ने संभाला एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू) के महासचिव का कार्यभार


लखनऊ (विज्ञप्ति)भारतीय डाक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल रहे डॉ. विनय प्रकाश सिंह ने एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू)  के महासचिव का पदभार इसके इसके मुख्यालय बैंकॉक, थाईलैंड में संभाल लिया। उनका कार्यकाल 4 वर्षों का होगा। इससे पूर्व वे डाक सेवा बोर्ड के सदस्य (कार्मिक) के पद पर कार्यरत थे। यह पहली बार है जब कोई भारतीय  डाक क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन का नेतृत्व संभालेगा। उत्तर प्रदेश में अयोध्या जनपद निवासी डॉ. विनय प्रकाश सिंह, अगस्त-सितंबर 2022 के दौरान बैंकॉक में आयोजित 13वीं एपीपीयू कांग्रेस के दौरान हुए सफल चुनावों के बाद इसके महासचिव चुने गए थे। 

डाक विभाग के सचिव श्री विनीत पांडे ने कहा, “यह पहली बार है जब कोई भारतीय शख्स डाक क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन का नेतृत्व कर रहा है। डाक क्षेत्र के लिए इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, यह भारतीय डाक विभाग के लिए सौभाग्य की बात है कि उसका अधिकारी एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू) की गतिविधियों का, विशेष रूप से भारत की जी-20 अध्यक्षता के इस वर्ष से नेतृत्व करेगा।” 

गौरतलब है कि एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू) एशियाई-प्रशांत क्षेत्र के 32 सदस्यीय देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है। एपीपीयू इस क्षेत्र में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) का एकमात्र नियंत्रित संघ है, जो संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है। एपीपीयू का लक्ष्य डाक सेवाओं के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना के लिए सदस्य देशों के बीच डाक संबंधों का विस्तार,सुविधा देना और सुधार करना है। विभिन्न यूपीयू परियोजनाओं के क्षेत्रीय केंद्र के रूप में, एपीयूयू यह सुनिश्चित करने में भी अग्रणी भूमिका निभाता है कि यूपीयू की सभी तकनीकी और परिचालन परियोजनाएं इस क्षेत्र में पूरी हो जाएं ताकि क्षेत्र को सर्वोत्तम संभव तरीके से वैश्विक डाक नेटवर्क में एकीकृत किया जा सके। महासचिव डाक संघ की गतिविधियों का नेतृत्व करते हैं और एशियन पैसिफिक पोस्टल कॉलेज (एपीपीसी) के निदेशक भी हैं जो इस क्षेत्र का सबसे बड़ा अंतर सरकारी डाक प्रशिक्षण संस्थान है।

एपीपीयू महासचिव का पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ. विनय प्रकाश सिंह ने कहा, "मेरा लक्ष्य डाक नेटवर्क के माध्यम से व्यापार के विकास में सुधार करने, संघ की स्थिरता सुनिश्चित करने और एपीपीसी में कराए जाने वाले प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में सुधार करने के लिए एशिया प्रशांत क्षेत्र में डाक से जुड़े संस्थानों के साथ क्षेत्रीय समन्वय में सुधार करना है।" एशिया प्रशांत क्षेत्र में पूरी दुनिया के मेल का लगभग आधा मेल आता-जाता है और यहां डाक मानव संसाधन पूरी दुनिया का लगभग एक तिहाई है।

नीलेश मिश्रा / भारतीय डाक विभाग / 9415582935

पर्यटन मंत्री ने अमृत रथ यात्रा की तीन बसों को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

आजादी के अमृतकाल के समाप्ति पर भारत को नया भारत बनाने का संकल्प लें-जयवीर सिंह लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर स...