Friday, 6 January 2023

खेलों में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जायेगा : डा0 नवनीत सहगल

"सभी नदियों के किनारे निजी क्षेत्र के सहयोग से 

   वाटर स्पोर्ट्स सुविधाएं विकसित की जायेगी"

लखनऊ: 06 जनवरी, उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन की इकोनामी में बनाने में खेल एव युवा कल्याण विभाग ने अपनी प्रबल सहभागिता सुनिश्चित करने की तैयारी शुरू कर दी है। आगामी फरवरी माह में लखनऊ में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेटर्स समिट में खेल एवं युवा कल्याण विभाग भी निवेशकों को आकर्षित करने लिए रणनीति तैयार कर ली है। अपर मुख्य सचिव, खेल एवं युवा कल्याण डा0 नवनीत सहगल आज बापू भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में एक बैठक की और अधिकारियों को खेलों मंे निजी निवेश को बढ़ावा दिये जाने हेतु आवश्यक निर्देश दिए।

     अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पीपीपी के आधार पर  खेल सुविधाएं विकसित कराई जायें। प्रदेश में स्थापित सभी राजकीय स्टेडियम में कारपोरेट के माध्यम निवेश कराया जाये।  खेल एवं खेल सुविधाओं को निजी निवेशकों से जोड़ा जाये। साथ ही प्रदेश में खेल विश्वविद्यालय खोलने के लिए निजी निवेशकों को आकर्षित किया जाये। उन्होंने कहा प्रदेश की सभी निजी खेल अकादमी को निवेश करने हेतु प्रोत्साहित किया जाये। इसके साथ ही प्रदेश की सभी नदियों के किनारे निजी क्षेत्र के माध्यम से वाटर स्पोर्ट्स सुविधाएं विकसित करायी जायें। इसके अलावा देश एवं विदेश की खेल का सामान बनाने वाली कंपनियों को प्रदेश में स्पोटर््स गुड्स मैन्यूफैक्चरिंग के लिए प्रोत्साहित किया जाये। इसी प्रकार युवा कल्याण विभाग के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में निजी क्षेत्र के सहयोग खेल सुविधाएं बढ़ाये जाने पर जोर दिया जाये और अधिक से अधिक कारपोरेट्स को इससे जोड़ा जाये।

     अपर मुख्य सचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में खेल क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं है। निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रस्तावित खेल नीति में व्यापक प्राविधान किये गये है। खेल विकास में निजी क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ाने में विशेष प्रमुखता दी गई है। इसके अलावा राज्य में खेल उपकरण के लिए विनिर्माण क्लस्टर विकसित करने और खेल क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को बढ़ाना पर बल दिया गया है।


एकल अभियान के तहत राष्ट्रीय खेल समारोह का 'लोगो' जारी

 

लखनऊ, 06 जनवरी, . प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपस्थित सदस्य मा0 माधवेन्द्र सिंह राष्ट्रीय महामंत्री, एकल अभियान, श्री भूपेंद्र अग्रवाल, राष्ट्रीय अध्यक्ष, ग्राम स्वराज योजना, श्री आशीष अग्रवाल, प्रभारी, राष्ट्रीय खेल कूद समारोह, श्री मनोज मिश्र, संयोजक, राष्ट्रीय खेल कूद समारोह, श्री वीरेंद्र कुमार, मीडिया प्रभारी, राष्ट्रीय खेल कूद समारोह, श्री संतोष कुमार शोले, राष्ट्रीय प्रमुख, खेल कूद समारोह, श्री दिनेश कुमार,  कार्यालय प्रमुख ग्राम संगठन कार्यालय,श्री पारिजात सिंह जी, श्री धर्मेन्द्र कुमार,श्री अनिल बंसल, श्री प्रमोद अग्निहोत्री जी, श्रीमती पूनम तिवारी, श्री मुकेश जी, श्री अखिलेश्वर, श्री ओम प्रकाश शर्मा, सुश्री  रुचि जी , श्रीमती पूनम जी,साथ ही लोगो भी लॉन्च किया गया l यह जानकारी मिडिया समन्वयक डॉ वीरेंद्र कुमार (7052750777) ने आज यहाँ एक प्रेस विज्ञप्ति में दी.


चंद्रशेखर आजाद की जयंती पर राकेश का जादू

 

उन्नाव , 6 जनवरी बदरका उन्नाव , अमर शहीद चन्द्रशेखर आजाद के 117 वें जन्मोत्सव पर आयोजित एक समारोह में प्रदेश के मशहूर जादूगर राकेश श्रीवास्तव ने अपने जादुई करतब दिखाते हुए चंद्रशेखर आज़ाद की तस्वीर निकालते ही वंदे मातरम् की आवाज से पूरा पांडाल गूंज उठा , इसके बाद जादूगर राकेश ने एक से बढ़कर एक हैरतंगेज कार्यक्रम दिखाकर दर्शकों को हैरत में डाल दिया , अंत में अपना लोकप्रिय 'कार्यक्रम हम सब एक हैं'.को भी बड़े ही प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया.

Wednesday, 4 January 2023

डॉ. विनय प्रकाश सिंह ने संभाला एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू) के महासचिव का कार्यभार


लखनऊ (विज्ञप्ति)भारतीय डाक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी एवं उत्तर प्रदेश परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल रहे डॉ. विनय प्रकाश सिंह ने एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू)  के महासचिव का पदभार इसके इसके मुख्यालय बैंकॉक, थाईलैंड में संभाल लिया। उनका कार्यकाल 4 वर्षों का होगा। इससे पूर्व वे डाक सेवा बोर्ड के सदस्य (कार्मिक) के पद पर कार्यरत थे। यह पहली बार है जब कोई भारतीय  डाक क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन का नेतृत्व संभालेगा। उत्तर प्रदेश में अयोध्या जनपद निवासी डॉ. विनय प्रकाश सिंह, अगस्त-सितंबर 2022 के दौरान बैंकॉक में आयोजित 13वीं एपीपीयू कांग्रेस के दौरान हुए सफल चुनावों के बाद इसके महासचिव चुने गए थे। 

डाक विभाग के सचिव श्री विनीत पांडे ने कहा, “यह पहली बार है जब कोई भारतीय शख्स डाक क्षेत्र में एक अंतरराष्ट्रीय संगठन का नेतृत्व कर रहा है। डाक क्षेत्र के लिए इस महत्वपूर्ण मोड़ पर, यह भारतीय डाक विभाग के लिए सौभाग्य की बात है कि उसका अधिकारी एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू) की गतिविधियों का, विशेष रूप से भारत की जी-20 अध्यक्षता के इस वर्ष से नेतृत्व करेगा।” 

गौरतलब है कि एशियाई प्रशांत डाक संघ (एपीपीयू) एशियाई-प्रशांत क्षेत्र के 32 सदस्यीय देशों का एक अंतर-सरकारी संगठन है। एपीपीयू इस क्षेत्र में यूनिवर्सल पोस्टल यूनियन (यूपीयू) का एकमात्र नियंत्रित संघ है, जो संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है। एपीपीयू का लक्ष्य डाक सेवाओं के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देना के लिए सदस्य देशों के बीच डाक संबंधों का विस्तार,सुविधा देना और सुधार करना है। विभिन्न यूपीयू परियोजनाओं के क्षेत्रीय केंद्र के रूप में, एपीयूयू यह सुनिश्चित करने में भी अग्रणी भूमिका निभाता है कि यूपीयू की सभी तकनीकी और परिचालन परियोजनाएं इस क्षेत्र में पूरी हो जाएं ताकि क्षेत्र को सर्वोत्तम संभव तरीके से वैश्विक डाक नेटवर्क में एकीकृत किया जा सके। महासचिव डाक संघ की गतिविधियों का नेतृत्व करते हैं और एशियन पैसिफिक पोस्टल कॉलेज (एपीपीसी) के निदेशक भी हैं जो इस क्षेत्र का सबसे बड़ा अंतर सरकारी डाक प्रशिक्षण संस्थान है।

एपीपीयू महासचिव का पदभार ग्रहण करने के बाद डॉ. विनय प्रकाश सिंह ने कहा, "मेरा लक्ष्य डाक नेटवर्क के माध्यम से व्यापार के विकास में सुधार करने, संघ की स्थिरता सुनिश्चित करने और एपीपीसी में कराए जाने वाले प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में सुधार करने के लिए एशिया प्रशांत क्षेत्र में डाक से जुड़े संस्थानों के साथ क्षेत्रीय समन्वय में सुधार करना है।" एशिया प्रशांत क्षेत्र में पूरी दुनिया के मेल का लगभग आधा मेल आता-जाता है और यहां डाक मानव संसाधन पूरी दुनिया का लगभग एक तिहाई है।

नीलेश मिश्रा / भारतीय डाक विभाग / 9415582935

Saturday, 31 December 2022

उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का 46वां स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न


                                                                         वसुंधरा पोस्ट ब्यूरो

लखनऊः उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान के 46वें स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर शुक्रवार को वर्ष 2021 में प्रकाशित पुस्तकों पर देय पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन यशपाल सभागार, हिन्दी भवन, लखनऊ में किया गया। दीप प्रज्वलन, माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण, पुष्पार्पण के उपरान्त प्रारम्भ हुए कार्यक्रम में निराला जी अमर पंक्तियाँ वर दे वीणा वादिनी वर देकी संगीतमय प्रस्तुति रिद्धिमा श्रीवास्तव द्वारा प्रस्तुत की गयी।

आंमत्रित वरिष्ठ साहित्यकार, श्री रामकठिन सिंह एवं वरिष्ठ कथात्कार, डॉ0 सुधाकर अदीब का उत्तरीय द्वारा स्वागत श्री आर0पी0सिंह, निदेशक, उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा किया गया। अभ्यागतो का स्वागत करते हुए संस्थान के निदेशक, श्री आर0पी0सिंह ने उ0प्र0हिन्दी संस्थान के स्थापना दिवस की अनन्त शुभकामनाएँ दी।

डॉ0 सुधाकर अदीब ने कहा कि साहित्य सृजन अत्यन्त महत्वपूर्ण दायित्व है हम समाज के लिए रचते हैं और समाज को दिशा भी देते हैं पूर्वज साहित्यकारों से भी हम बहुत कुछ प्राप्त करते है। डॉ0 रामकठिन सिंह ने कहा कि बच्चो के लिए लिखने से पूर्व हमें उन विषयों का चयन करना चाहिए जिनसे उनमें संस्कार विकसित हो सकें।

स्थापना दिवस के अवसर पर उ0प्र0हिन्दी द्वारा अयोजित नामित पुरस्कार से सम्मानित श्री तुलसी पुरस्कार श्री आनन्द कुमार सिंह, भोपाल, जयशंकर प्रसाद पुरस्कार श्री विष्णु सक्सेना, गाजियाबाद, श्रीधर पाठक पुरस्कार श्री शंकर जी सिंह, बलिया, निराला पुरस्कार श्री कुमार ललित, आगरा, दुष्यंत कुमार पुरस्कार श्री जसवीर सिंह हलधर‘, देहरादू, महावीर प्रसाद द्विवेदी प्रो0वीना शर्मा, आगरा, भारेन्दु हरिश्चन्द्र पुरस्कार श्री जयवर्धन, गाजियाबाद, प्रेमचन्द्र पुरस्कार श्री श्याम बिहारी श्यामल, वाराणसी, यशपाल पुरस्कार श्री रामजी भाई,  लखनऊ, रामचन्द्र शुक्ल पुरस्कार श्री करुणा शंकर उपाध्याय, मुम्बई, सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन अज्ञेयपुरस्कार श्री जयश्री पुरवार, नोएडा, पाण्डेय बेचन शर्मा उग्रपुरस्कार श्री राजगोपाल सिंह वर्मा, आगरा, मलिक मुहम्मद जायसी पुरस्कार श्री आशाराम जागरथ’, अयोध्या, जगन्नाथदास रत्नाकर पुरस्कार श्री महेश चन्द जैन ज्योति’, मथुरा, मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार श्री प्रताप नारायण दुबे प्रताप’, झांसी, सूर पुरस्कार श्रीमती श्रद्धा पाण्डेय, गाजियाबाद, कबीर पुरस्कार डॉ. अम्बिकेश त्रिपाठी, प्रतापगढ़, सुब्रह्मण्य भारती पुरस्कार श्री वृजभूषण राय वृज’, गोरखपुर, बाबूराव विष्णु पराड़कर पुरस्कार श्री नरेन्द्र नाथ मिश्र, वाराणसी, सरस्वती पुरस्कार सम्पा. डॉ0 शोभनाथ शुक्ल, संल्तानपुर, भगवानदास पुरस्कार डॉ. रामजी मिश्र, प्रयागराज, हजारी प्रसाद द्विवेदी पुरस्कार श्री रजनीश कुमार शुक्ल, वर्धा, पं. रामनरेश त्रिपाठी पुरस्कार डॉ. मन्नू यादव कृष्ण’, मिर्जापुर, बाबू श्याम सुन्दरदास पुरस्कार डॉ0 वन्दना वशिष्ठ, हापुड़, सम्पूर्णानन्द पुरस्कार डॉ. विनोद कुमार शर्मा, लखनऊ, के.एन. भाल पुरस्कार श्री राजा भइया गुप्ता राजाभ’, लखनऊ, बीरबल साहनी पुरस्कार श्री सुबोध कुमार, गौतमबुद्धनगर, पं. सत्यनारायण शास्त्राी पुरस्कार डॉ. श्रीधर द्विवेदी, नोएडा, आचार्य नरेन्द्र देव पुरस्कार श्री बृजलाल, लखनऊ, गोविन्दवल्लभ पंत पुरस्कार सुश्री अशोक कुमारी, संत रविदास नगर, डॉ. भीमराव अम्बेडकर पुरस्कार कुँवर अनुपम सिंह, लखनऊ, डॉ. धीरेन्द्र वर्मा पुरस्कार श्री रूमाल सिंह, बुलंदशहर, बालकृष्ण शर्मा नवीनपुरस्कार श्री अंकुर मिश्रा, कानपुर, महादेवी वर्मा पुरस्कार डॉ. चम्पा कुमारी सिंह, वाराणसी सर्जना पुरस्कार से सम्मानित  अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔधपुरस्कार श्री उमाशंकर गुप्त, कानपुर, जगदीश गुप्त पुरस्कार श्री विनोद शंकर शुक्ल विनोद’, लखनऊ, विजयदेव नारायण साही पुरस्कार श्री प्रवीण कुमार, मेरठ, बलबीर सिंह रंगपुरस्कार श्री कमल किशोर मिश्र, कमल मानव’,शाहजहाँपुर, अदम गांेडवी पुरस्कार श्री चन्द्रभाल सुकुमार, वाराणसी, गुलाब राय पुरस्कार श्री रामावतार गाजीपुर, मोहन राकेश पुरस्कार डॉ0 अरुण कुमार एवं श्री एल0के0 कान्तेश, कानपुर, अमृतलाल नागर पुरस्कार सुश्री सुमति सक्सेना लाल, दिल्ली, नरेश मेहता पुरस्कार श्री सुभाषचन्द्र गांगुली, प्रयागराज रामबिलास शर्मा पुरस्कार डॉ0 प्रेमचन्द्र सिंह, कुशीनगर, निर्मल वर्मा पुरस्कार श्री संजय सिंह, गाजियाबाद, विष्णु प्रभाकर पुरस्कार प्रो0 राजमणि शर्मा, वाराणसी, शरद जोशी पुरस्कार, डॉ0 निर्मला सिंह निर्मल’, लखनऊ, वंशीधर शुक्ल पुरस्कार डॉ. दयाराम मौर्य रत्न’, प्रतापगढ, रामशंकर शुक्ल रसालपुरस्कार श्री तेजवीर सिंह तेज’, मथुरा, भिखारी ठाकुर पुरस्कार, श्री संजीव कुमार त्यागी, गाजीपुर, ईसुरी पुरस्कार श्री कृष्णमोहन नायक, गांधीनगर महोबा, सोहन लाल द्विवेदी पुरस्कार श्री रमेश चन्द्र गोयल (रमेश प्रसून), बुलंदशहर, नज़ीर अकबराबादी पुरस्कार श्री अरविंद पांडेय, चंदौल, काका कालेलकर पुरस्कार श्री पद्मनाभ पाण्डेय, लखनऊ, धर्मवीर भारती पुरस्कार श्री हरिमोहन वाजपेयी माधव’, लखनऊ, धर्मयुग पुरस्कार सम्पा0 श्री कृष्ण बिहारी त्रिपाठी, कानपुर, नन्द किशोर देवराज पुरस्कार श्री राम जन्म सिंह, गोरखपुर विद्यानिवास मिश्र पुरस्कार सुश्री शशिप्रभा तिवारी, दिल्ली, बलभद्र प्रसाद दीक्षित पढ़ीसपुरस्कार सुश्री राधिका मिश्रा, प्रयागराज, दौलत सिंह कोठारी पुरस्कार श्री इश्पाक अली, बंग्लौर, होमी जहांगीर भाभा पुरस्कार डॉ. आलोक कुमार श्रीवास्तव, लखनऊ, आचार्य रघुवीर प्रसाद त्रिवेदी पुरस्कार सुश्री जया द्विवेदी, प्रयागराज, ईश्वरी प्रसाद पुरस्कार डॉ0 कृष्ण कुमार पाण्डेय, गोरखपुर, के.एम. मुंशी पुरस्कार डॉ. मंजरी दमेले, एवं डॉ. कमलेश गुप्ता, झॉसी जे.के. मेहता पुरस्कार डॉ. विजय सिंह राघव, बरेली, किशोरदास वाजपेयी पुरस्कार श्री अकबाल बहादुर राही’, बाराबंकी, डॉ. रांगेय राघव पुरस्कार श्री अरुण कुमार मानव’, मेरठ, विद्यावती कोकिल पुरस्कार सुश्री नीतू मुकुल, महोबा, हरिवंश रायबच्चन युवा गीतकार सम्मान श्री राहुल द्विवेदी स्मित’, लखनऊ, पं. बद्री प्रसाद शिंगलू स्मृति सम्मान सुश्री रजनी गुप्ता, लखनऊ को पुरस्कृत किया गया।

उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान की स्थापना 30 दिसम्बर, 1976 को जिन उद्देश्यों को लेकर की गयी थी उनके प्रति हम निरन्तर सजगता से दृढ़ संकल्प होकर कार्य करते रहते हैं। साहित्यकारों/हिन्दी प्रमियों का सम्बल हमें प्राप्त होता रहता है। आज के दिन हिन्दी संस्थान परिवार संकल्प लेता है कि हम इसी प्रकार हिन्दी भाषा एवं साहित्य के साथ-साथ अन्य भारतीय भाषाओं के उन्नयन के प्रति भी सदैव की भांति समर्पित रहेंगे।

कार्यक्रम का संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ0 अमिता दुबे, प्रधान सम्पादक उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने किया।

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आजादी के अमृतकाल के समाप्ति पर भारत को नया भारत बनाने का संकल्प लें-जयवीर सिंह लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री जयवीर स...